2017

जीमेल में Filter और Label कैसे बनाएं ?

Email Filter: आजकल के डिजिटल मार्केटिंग युग में हमें चाहे-अनचाहे सैकड़ों अवांछित ईमेल प्राप्त होते रहते हैं। इन्हीं Spam Mails के कारण हमारा Inbox भर जाता है और कभी-कभी हम अत्यंत महत्वपूर्ण और जरूरी ईमेल समय पर नहीं खोज पाते। कितना अच्छा हो यदि हमारे पास आने वाले सभी ईमेल जरूरी, गैर-जरूरी, स्पैम या हमारे […]

रीतिकाल का नामकरण और औचित्य

हिंदी साहित्य के काल विभाजन और नामकरण में आचार्य रामचंद्र शुक्ल द्वारा तत्कालीन युगीन प्रवृत्तियों को सर्वाधिक प्राथमिकता दी गई है। विभिन्न प्रवृत्तियों की प्रमुखता के आधार पर ही उन्होने साहित्य के अलग-अलग कालखण्डों का नामकरण किया है। इसी मापदंड को अपनाते हुए हिंदी साहित्य के उत्तर मध्य काल अर्थात 1700-1900 वि. के कालखण्ड में

GMAIL में गलती से भेजे गए ईमेल को ‘unsend’ कैसे करें?

कभी-कभी जल्दबाजी में हम अचानक गलत ईमेल पते पर ईमेल भेज देते हैं या बिना File Attachment के ही भेज देते हैं। मेल भेजने के तुरंत बाद ही हमें अहसास होता है- ओह..! ये क्या हुआ..? गलत ईमेल चला गया। एसी स्थिति में खीज और पछतावे के अलावा हमारे हाथ में कुछ नहीं रहता। अगर

यूनिकोड और हिंदी में ईमेल : एक परिचय

विज्ञान और तकनीकी के वर्तमान युग में हिंदी कंप्यूटिंग की दुनिया बहुत तेजी से बदल रही है। आज से कुछ वर्ष पहले जो चीजें देखने और सुनने में असंभव सी लगती थी, आज बदलते तकनीकी परिवेश में हमारी आँखों के सामने ही हकीक़त में बदल रहीं हैं। तकनीकी का पहिया इतनी तेजी से घूमा है

भाषा का उद्भव और विकास

कई साल पहले अत्यंत प्रिय मेरी मौसी को दिल का दौरा पड़ गया। अचानक उत्पन्न यह परिस्थिति मेरे लिए वज्रपात से कम नहीं थी। मैं बुरी तरह से घबरा गया। क्योंकि मौसी मेरे दिल के सबसे करीब थी। उनके बगैर जीवन की कल्पना भी मेरे लिए मुश्किल थी। सुखद आश्चर्य के तौर पर कुछ घंटों

भक्तिकालीन हिंदी साहित्य और तत्कालीन परिस्थितियाँ

हिंदी साहित्य के कालविभाजन और नामकरण के आधार पर संवत 1375-1700 वि. तक के कालखण्ड में सृजित हिंदी साहित्य में भक्ति भावना की प्रधानता होने के कारण आचार्य शुल्क ने इस काल को भक्तिकाल का नाम दिया है। प्रमुख आलोचक डा. नगेन्द्र ने इस समय सीमा को 1350-1650 ई. माना है। आदिकाल के वीरता और

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